“चक्रवृद्धि ब्याज का शक्ति”(Power of Compounding in Hindi)परिभाषा:

Adam Fayed
12 min readNov 23, 2019

(adamfayed.com + advice@adamfayed.com)

कुछ समय पहले एक राजा था। वह बहुत दयालु था। उसके राज्य में एक अकल्मन्द चोर हुआ करता था और उसे मरण दंड दिया गया था। राजा उस चोर का आखरी इच्छा पूरी करना चाहता था। इसी लिए वे उस चोर से पूछता था की उस चोर का आखरी इच्छा क्या है। चोर राजा से चावल के दाने मांगता था। कितने चावल के दाने पूछने पर चोर राजा को शतरंज खेलता हुआ देखता था। तब वह कहता है “ राजा ! पहले आप एक चावल के दाने को पहली पेटी में रखें और दुसरे में उससे दुगुना यानी दो रखें, और तीसरे में उससे दुगुना यानी चार रखें, इस तरह बढ़ाते जाते हुए आखरी यानी 64 पेटी में कितने चावल के दाने आएंगे मुझे उतने चाहिए। “ यह सुनने पर राजा ज्यादा न सोचकर उसकी इच्छा पूरी करने का वचन देता है। लेकिन जब राजा मंत्री से जानकारी लेता है की आखरी पेटी में कितने चावल के दाने आते हैं राजा हैरान हो जाता है। उतने चावल (18,446,744,073,709,551,616) के दाने देने के बाद राजा गरीब बन जाता है और चोर राजा बन जाता है। यह कहानी से हमें कुछ और ही नीति मिलता है लेकिन हमें ध्यान देना है चक्रवृद्धि (compounding) पर।

सामान्य ब्याज (Simple Interest) वो होता है जहां मुख्य राशि (Principal Amount) पर हमें ब्याज (interest) आता रहता है। चक्रवृद्धि ब्याज (Compound Interest) वो है जहां हमें मुख्य राशि का ब्याज मिलता है और उसके साथ हमें हमारे आया हुआ ब्याज का भी ब्याज आता रेहता है। उदहारण के लिए — अगर आपके पास 1,00,000 रुपये हैं और इसे आप सामान्य ब्याज के लिए इस्तमाल करते हैं और ब्याज का प्रतिशत 10% है, तो आप हर साल 1,00,000 पर 10,000 रुपये कमा सकते हैं। मतलब आपका मुख्य राशि का ब्याज आता रहता है, पहली साल आपको आएगा 10,000 रुपये और दूसरी साल भी आपको मिलेगा 10,000 रुपये। इसी तरह हर साल 10,000 रुपये मिलेंगे जो हैं 1,00,000 के 10% ब्याज। मगर चक्रवृद्धि ब्याज में अगर आपके पास 1,00,000 होता है, इसे आप 10% प्रतिशत के ब्याज पर रक्ते हैं तो आपको मुख्य राशि के साथ साथ आया हुआ ब्याज का भी ब्याज आता है। मतलब पहला साल 1,00,000 रुपये का आपको 10,000 रुपये मिलते हैं और दूसरी साल आपको 1,00,000 का 10,000 के साथ पहली साल के ब्याज 10,000 का भी एक 1,000 मिलता है । सामान्य ब्याज को ‘लीनियर’ (linear) कहा जाता है जिसका मतलब वह धीरे धीरे से और एक नियमित रूप से बढ़ता है। जहाँ तक चक्रवृद्धि ब्याज को ‘एक्सपोनेंशियल’ (exponential) कहते हैं जिसका अर्थ यह है की यह समय के बीतने पर ज्यादा होती जाती है। चक्रवृद्धि ब्याज पर अत्यंत प्रभाव डालनेवाली होती हैं — ‘चक्रवृद्धि का समय’ (number of compounding cycles/compounding period) और ‘चक्रवृद्धि का प्रतिशत’ (compounding rate).

महान वैगनानिक और बहुत अकल्मन्द व्यक्ति “ अल्बर्ट आइंस्टीन “ से यह बात कहा गया था की ‘ चक्रवृद्धि ब्याज हमारे दुनिया में आठवीं अजूबा है, इसको समझनेवाला आदमी इसको कमाता है, और नहीं समझनेवाला आदमी इसको चुकाता है। ‘ इससे हमें पता चलता है की यहाँ तक की आइंस्टीन भी चक्रवृद्धि ब्याज को धन सम्पत्ति बढ़ाने का एक अद्भुत मार्ग होता है। हमारे जमाने के एक अमीर इन्वेस्टर “ वारेन बफेट “ कहते हैं की “ मेरा धन सम्पत्ति के तीन मुख्य कारण जो हैं, वे हैं अमेरिका में जीना, कुछ भाग्यशाली जीन और चक्रवृद्धि ब्याज। “ इससे हमें पता चलता है की महान लोग भी चक्रवृद्धि ब्याज से धन सम्पत्ति को बढ़ाना एक अच्छा सा मार्ग कहते हैं।

चक्रवृद्धि ब्याज एक बहुत फायदेमंद तारीख होता है धन सम्पत्ति बढ़ाने के लिए। इस तारीखे की मदद से हम फायदे तो जरूर उठा सकते हैं, लेकिन चक्रवृद्धि ब्याज से हम काम समय में से ज्यादा दीर्घकाल में अधिक लाभ उठा सकते हैं। लम्बे समय तक रखके चक्रवृद्धि ब्याज के मदद से हम बहुत सारा धन कमा सकते हैं। मतलब कम से कम 20 साल से 30 साल रखने पर हमें चक्रवृद्धि ब्याज की मदद से बहुत सारा धन मिलता है। हम इसी लिए जब कोई इन्वेस्टमेंट (investment) या कोई फिक्स्ड डिपाजिट (fixed deposit) चक्रवृद्धि ब्याज के इस्तेमाल करके कर रहे होंगे, तब हमें सब्र करना चाहिए क्यूंकि जितने साल बीतेंगे उतना अधिक सम्पत्ति हमें प्राप्त होगा।

चक्रवृद्धि ब्याज के प्रकार :

चक्रवृद्धि ब्याज में आप तीन तरह के तरीकों से धन सम्पत्ति को बढ़ा सकते हैं। जो हैं:

1. ‘बैंक के द्वारा चक्रवृद्धि ब्याज का लाभ पाना’ (Banks) — हम अपने धन को बैंक में सेविंग्स अकाउंट में , चेकिंग्स अकाउंट में या सर्टिफिकेट ऑफ़ डिपाजिट के रूप में पैसों को इन्वेस्ट करने से हम ज्यादा तक लाभ पा सकते हैं। यह बैंक से लाभ उठाने का मार्ग ज्यादा तक चक्रवृद्धि ब्याज के इस्तेमाल से लाभ उठाने के मार्गों में कम लाभदायक माना जाता है। यह इसलिए है क्यूंकि हम दुसरे मार्गों से और भी ज्यादा लाभ पा सकते हैं।

ज्यादा तक बैंक के औसत ब्याज प्रतिशत 10 % तक होता है। हमारे देश के कई बैंक्स हमें चक्रवृद्धि ब्याज मासिक, त्रैमासिक, अर्ध वार्षिक और वार्षिक रूप में देता है, आप अपने जरूरत के अनुसार यह चुन सकते हैं । यह वृद्ध लोगों को कुछ बैंक 0.50 % तक ज्यादा देते हैं। हम अगर 6 महीने से लेके 2 साल तक का इन्वेस्टमेंट का समय रखने पर हमें बस 7 % तक औसत मूल्य मिलता है। हम अगर ज्यादा साल तक इन्वेस्टमेंट का रखते हैं तो हमें चक्रवृद्धि ब्याज का प्रतिशत इससे ज्यादा मिलता है।

2. ‘स्टॉक मार्केट के द्वारा चक्रवृद्धि ब्याज का फायदा उठाना’ (Stock Market) — हम बैंक के द्वारा जो लाभ पाते हैं वो लाभ हम चक्रवृद्धि ब्याज के मदद से स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करके 8 गुना ज्यादा तेज़ी से सकते हैं। उदाहरण के लिए अगर हमें बैंक में अपना धन दुगुना होने में 72 साल लगेंगे तो हम स्टॉक मार्केट के मदद धन को बस 9 साल में दुगुना कर सकते हैं। इस तरह स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करके हम बहुत अच्छे तरह से ज्यादा फायदा उठा सकते हैं।

स्टॉक मार्केट के मदद से हम चक्रवृद्धि ब्याज के फार्मूला का इस्तेमाल करके अपने धन को इन्वेस्ट करने पर बहुत सारा धन पा सकते हैं। बहुत अमीर लोग इसी तकनीक की मदद से बहुत सारा धन कमाए हैं। यह चक्रवृद्धि ब्याज से धन सम्पत्ति बढ़ाने की सबसे श्रेष्ट मार्ग माना जाता है। इसके बारे और कुछ जानकारी हम कुछ देर में जानेंगे।

3. ‘रियल एस्टेट में चक्रवृद्धि ब्याज के मदद से लाभ पाना’ (Real Estate) — हम रियल एस्टेट में भी चक्रवृद्धि ब्याज के मदद से इन्वेस्ट करके बहुत फायदा उठा सकते हैं। ज्यादा तक रियल एस्टेट इन्वेस्टर्स आये हुए किराए को बंधक पुनर्भुगतान के रूप में भर देते हैं। लोग इस तरह करने से ज्यादा तक लाभ उठा नहीं सकते हैं। इससे ज्यादा लाभ जब होता है तब इन्वेस्टर्स उनके प्रॉपर्टी का दाम बढ़ने तक रुके और आया हुआ लाभ को फिर से इन्वेस्ट करें। अगर आपका एक प्रोपेर्ट है जिसका दाम अभी एक लाख है, और हर साल उसका मूल्य 5 % बढ़ती है। तो आप उसे अभी भेजने के बदले में दस रुकेंगे तो आपका प्रॉपर्टी का मूल्य 50 % तक असली मूल्य का दाम पा सकते हैं और अच्छी जगह पर प्रॉपर्टी में इन्वेस्ट करने से 5 % का बढ़ाव दो या तीन साल में 7 % हो सकती है । तब आपके प्रॉपर्टी का मूल्य हो जायेगी लगभग उसका असली मूल्य से 75 % ज्यादा और आपका प्रोपेर्ट का किराया अभी 5 % हर साल बढ़ती है तो दस साल उसका मूल्य भी 50 % तक बढ़ चूका होगा। इसी लिए प्रॉपर्टी खरीदते वक्त वही प्रॉपर्टी चुने जिसका मूल्य हर साल बढ़ता है और आनेवाले दिनों में प्रॉपर्टी का किराया भी बढ़ाने की मौका हो सकती है। इस तरह करने से आपकी लोन या इंवेस्टमेंट के मुख्य राशि बहुत तेज़ जमा हो सकता है। इस तारीखे का फायदा उठा कर ज्यादा तक लोग रियल एस्टेट में अच्छी फायदे उठाते हैं।

उदाहरण के लिए न्यू यॉर्क शहर को 17 शतब्ध के आखिर में बस $24 के लिए भेजा गया था (यकीन करने के लिए बहुत मुश्किल हो सकता है, लेकिन ये सच है) और अब चक्रवृद्धि ब्याज के सहायता से उसका मूल्य हुआ है $2 ट्रिलियन। अगर इसी तरह $24 को चक्रवृद्धि ब्याज के इस्तेमाल करके उसी समय इन्वेस्ट किया जाता तो आपके पास अभी न्यू यॉर्क शहर ख़रीदने के लिए आवश्यक मूल्य होता।

चक्रवृद्धि ब्याज से अधिक धन संपत्ति पाने के लिए महत्वपूर्ण तकनीक :

चक्रवृद्धि ब्याज से धन संपत्ति बढ़ाने के लिए हमें कई चीज़ों को ध्यान देना चाहिए। वे हैं –

- ‘बहुत साल तक सब्र करना’ — जी हाँ, हम जब चक्रवृद्धि ब्याज के मदद से हमारे आये हुए धन को इन्वेस्ट कर रहे हैं, तब हम अधिक लाभ उठाने के लिए इसे ज्यादा समय तक रखना चाहिए। इससे हमारे इन्वेस्ट किये गए पैसों से ज्यादा लाभ पा सकते हैं। मतलब जितना समय तक हमारा इन्वेस्टमेंट रखा जाता है, उतना ज्यादा पैसे हम चक्रवृद्धि ब्याज के मदद से पा सकते हैं।

उदहारण के लिए अगर आपने 1,00,000 रुपये इन्वेस्ट किया है और आपका ब्याज प्रतिशत होती है 10 % तो 10 साल आपका मूल्य हो जाएगा 2,70,000 रुपये जो है आपकी असली मूल्य से 270 गुना ज्यादा। यही अगर आपने इसे 20 साल तक रख दिया है तो आपका मूल्य हो जाएगा 7,32,807 रुपये जो है असली मूल्य से 730 गुना ज्यादा। इस तरह हम समझ सकते हैं की अगर इन्वेस्टमेंट से ज्यादा तक लाभ उठाने के लिए हमें इन्वेस्टमेंट को ज्यादा साल तक रखना चाहिए। मतलब 2 या 3 साल रखने के बदले मैं 20 या 30 साल रखने से बहुत फायदा पा सकते हैं जैसे की हम यह जानते हैं की सब्र का फल मीठा होता है।

-‘कम उम्र में प्रारम्भ करना’ — अगर एक आदमी का उम्र 50 साल है तो वह बस 15 या 20 साल तक इन्वेस्ट कर सकता है जब वह आया हुआ लाभ मरने से पहले इस्तेमाल करना चाहता है। लेकिन अगर एक आदमी 20 साल के उम्र में इन्वेस्ट करने प्रारम्भ करता है तो वह लगभग 40 या 50 साल तक उसे इन्वेस्टमेंट पीरियड रखने की मौका मिलती है। हम इसके बारे में पहले से ही जान चुके हैं की जितने ज्यादा समय इन्वेस्टमेंट का समय होता है उतना ज्यादा लाभ प्राप्त किया जा सकता है। इसीलिए महान लोगों का भी मानना यह है की कम उम्र में इन्वेस्टमेंट करने के सहायता से चक्रवृद्धि ब्याज का आधी लाभ उठाया जा सकता है।

और भी कुछ चीज़ें हैं जैसे की इन्वेस्ट किया गया मूल्य को किसी कारण इन्वेस्टमेंट के समय से पहले विथड्रॉ करना नहीं चाहिए, इन्वेस्टमेंट करते हुए आपकी आवश्यक जरूरतों को मिलने वाली प्लान को चुने जैसे की ज्यादा ब्याज प्रतिशत, मिनिमम डिपाजिट अमाउंट आदि।

स्टॉक मार्केट में चक्रवृद्धि ब्याज (Power of Compounding in Stock Market):

हमने पहले से ही यह बात की चर्चा किया है की स्टॉक मार्केट में चक्रवृद्धि ब्याज की मदद से बहुत से लाभ पा सकते हैं। जाना जाता है की बैंक से या रियल एस्टेट से आनेवाली लाभ से ज्यादा चक्रवृद्धि ब्याज की सहायता से स्टॉक मार्किट में प्राप्त कर सकते हैं। हम यह बात जानते हैं की स्टॉक्स, बांड्स या फंड्स पे हम इन्वेस्ट करके फायदा पा सकते हैं। लेकिन बहुत लोगों को यह बात नहीं पता है की अगर चक्रवृद्धि ब्याज का इस्तेमाल किया जाता है तो इसमें पहले से बहुत ज्यादा लाभ पा सकते हैं।

हमें यह बात पता है की चक्रवृद्धि ब्याज का अर्थ यह है की हमारे मुख्य राशि पर हमें ब्याज आता है और आया हुआ ब्याज का भी कामे ब्याज प्राप्त होता है। इसी तकनीक से स्टॉक मार्किट में जब हम इन्वेस्ट करते हैं तब आया हुआ लाभ को ज्यादा कर सकते हैं। हमें स्टॉक मार्केट में लाभ पाने की दो मार्ग हैं जो हैं कैपिटल गेन्स(Capital Gains) और डिविडेंड्स(Dividends)

-‘कैपिटल गेन्स’ — आसान भाषा में आपका खरीदा हुआ शेयर को आप उससे ज्यादा दाम पर भेजने से आनेवाली लाभ को हम कैपिटल गेन्स कहते हैं। उदहारण के लिए सोचिये अगर आपने एक कंपनी का शेयर खरीदा है जिसका मूल्य है 1,00,000 रुपये और आप कुछ दिनों के बाद उस शेयर को भेजना चाहते हैं। आप उस शेयर की कीमत 1,20,000 रुपये आने पर भेज देते हैं। तब आपका आया हुआ लाभ का मूल्य जो है 20,000 रुपये को हम कैपिटल गेन्स के नाम से बुलाते हैं।

सोचिये जब हम स्टॉक मार्केट में चक्रवृद्धि ब्याज के मदद से इन्वेस्ट करना प्रारम्भ करते हैं हमें 9 साल दुगुना हो जाता है। इसी लिए हमने इस बात के बारे में चर्चा किया है की कम उम्र में इन्वेस्ट करने से और ज्यादा समय तक इन्वेस्टमेंट का समय रखने से हमें ज्यादा फायदा होता है। जब आप 20 साल पर इन्वेस्ट करना प्रारम्भ करते हैं तब हमें ज्यादा मौका मिलता है दुगुना होने के मौके ज्यादा होते हैं , समय बढ़ते ही हमारे इन्वेस्ट किया गया मूल्य बढ़ती जाती है और बहुत सारा पैसे कमाने का मार्ग पा सकते हैं।

-‘डिविडेंड्स’ — कंपनी के लाभ आनेपर अपने शेयर होल्डर्स को दिया जानेवाली मूल्य को हम डिविडेंड्स कहते हैं। डिविडेंड्स ज्यादा तक इन्वेस्टर के लिए बहुत फायदेमंद हो सकते हैं।

जब हम चक्रवृद्धि ब्याज के फार्मूला का यहां इस्तेमाल करते हैं तो हम आनेवाली लाभ से भी अधिक लाभ को पा सकते हैं। हमें जब कंपनी के द्वारा लाभ यानी डिविडेंड आता है हम उसे ले सकते हैं या नहीं तो हम इसे फिर उसी कंपनी के शेयर्स में इन्वेस्ट कर सकते हैं। तब हमें इन्वेस्टमेंट पर डिविडेंड आता है और हमारा आया हुआ डिविडेंड पर भी डिविडेंड आता है। इस तरह हम अपने पास हुए शेयर्स का मूल्य कुछ ही समय में अधिक बन जाता है। इसी लिए स्टॉक मार्किट से आनेवाली चक्रवृद्धि ब्याज को सबसे लाभदायक माना जाता है और बैंक से कमाने से 10 गुना ज्यादा तेज़ी से हम लाभ पा सकते हैं।

इन दोनों तारीखों से बहुत लाभ पाया जा सकता है। जब हम शेयर्स में चक्रवृद्धि ब्याज के मदद से इन्वेस्ट कर रहे हैं तब हमें कुछ विषयों पर ध्यान देना होता है, जो हैं –

कम उम्र में इन्वेस्टमेंट प्रारम्भ करने से इन्वेस्टमेंट करनेवाले के पास अधिक समय होता है और लाभ प्राप्त करने के मार्ग भी अधिक होते हैं।

जब आप शेयर्स में चक्रवृद्धि ब्याज के मदद से ज्यादा फायदा पाना छटे हैं तो आपको सब्र रहना होता है क्यूंकि हमें यह पता चलता है की जितना ज्यादा समय तक हम इन्वेस्टमेंट करते हैं, उठना ज्यादा लाभ पा सकते हैं।

जब तक इन्वेस्टमेंट का समय पूरा नहीं होता है तब तक यह सझाव दिया जाता है की उस मूल्य का आया हुआ लाभ को विथड्रॉ न करें और आये हुए हर तरह के लाभ को फिर से इन्वेस्ट करें।

जब भी तोड़ी सी परिवर्तन आने पर टेंशन होकर गलत निर्णय लेना नहीं चाहिए। किसी भी समय सावधान, होशियार और शांत रहना चाहिए।

स्टॉक मार्केट पर इन्वेस्टमेंट करने पर हमें नियमित रूप से अपने शेयर्स को संभालना है और जानकारी लेते रहना पड़ता है ताकि नुक्सान प्राप्त होने से बच सकें। इन्वेस्टर्स एक प्लान बनाना चाहिए और उसके अनुसार इंवेस्टमेंट्स करना चाहिए। इस तरह अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं।

स्टॉक मार्केट में लाभ पाए जा सकते और यह नहीं कहा जाता की नुक्सान नहीं होगा। अगर इन्वेस्टमेंट करते समय सावधानी नहीं है तो इन्वेस्टर को नुक्सान भी पहुँच सकता है। स्टॉक मार्केट को अच्छी तरह से जानने वाले लोगों को यह पता है की स्टॉक मार्केट की सहायता से चक्रवृद्धि ब्याज का इस्तेमाल करके जैसा लाभ प्रकट कर सकते हैं वैसे ही नुक्सान भी प्रकट हो सकते हैं। इसीलिए जब आप चक्रवृद्धि ब्याज के इस्तेमाल करके अच्छे से लाभ पाने के लिए एक अच्छा सा योजना बनाएं और अपने फाइनेंशियल सलाहकार (financial advisor) से संपर्क करें, उससे आवश्यक जानकारी को उपलब्ध करें, सही तरह के स्टॉक्स, बांड्स, फंड्स आदि को चुनें (जिनमे रिस्क का प्रतिशत काम हो) और ज्यादा इन्वेस्टमेंट समय तक इन्वेस्टमेंट को रखें।

‘सी ए जी आर (compound annual growth rate)’ — आपके इन्वेस्टमेंट को आरम्भ से अंत तक बढ़ने के लिए आवश्यक एक रिटर्न का रेट होता है यह ‘काम्पौंड एनुअल ग्रोथ रेट’. इसके फार्मूला के मदद से हम पता लगा सकते हैं की हमें जितना रिटर्न्स प्राप्त होते हैं। जब एक शेयर खरीद रहे हैं तब उसका साधारण दाम से कम होने पर उसे खरीदने से, वह जब बढ़ता है, आपको अच्छे रिटर्न्स आ सकते हैं। ‘सी ए जी आर’ को पता लगाने के लिए फार्मूला होती है -

“CAGR = (EB/BB)^(1/n) — 1”

जहां ‘EB’ होता है अंत तक बैलेंस (Ending Balance)

‘BB’ होता है शुरुआत की बैलेंस (Beginning Balance)

’n’ होता है साल (number of years)

सी ए जी आर बस एक अनुमानित रूप से होता है और रिस्क्स से जुड़कर नहीं होता। अगर चक्रवृद्धि ब्याज का इस्तेमाल करके स्टॉक मार्किट में इन्वेस्ट कर रहे हैं तो जरूर एक अच्छा सा प्लान बनाइये और किसी भी कीमत पर उसका अनुसार ही इन्वेस्टमेंट करें। जैसे हमने पहले चर्चा किया है चक्रवृद्धि ब्याज को प्रभाव करनेवाले विषयों (जैसे की कम उम्र में प्रारम्भ करना, ज्यादा समय तक इन्वेस्टमेंट का समय रखना, अच्छा सा ब्याज प्रतिशत को चुनना, हैरान न होकर कोई भी परिवर्तन पर सोच कर शांत रहकर कदम उठाना, अच्छे से शेरों पर इन्वेस्ट करना, आये हुए डिविडेंड्स को भी फिर से इन्वेस्ट करके और भी शेयर खरीदना आदि) पर ध्यान रखने से आप चक्रवृद्धि ब्याज का इस्तेमाल करके स्टॉक मार्केट में अच्छेसे लाभ उठा सकते हैं।

कहा जाता है की स्टॉक मार्केट के मदद से कई लोग हज़ारों में इन्वेस्ट करके कई करोड़ तक कमा चुके हैं। ये बात तो सच है लेकिन आप यह बात पे ध्यान दीजिये की स्टॉक मार्केट कोई सामान्य चीज़ नहीं होता है। इस पर बहुत ध्यान देना पड़ता है और बहुत मेहनत करनी पड़ती है। आपको यह भी सोच लेना है की जैसे ही फायदे होते हैं जैसे ही नुक्सान भी हो सकते हैं। इसीलिए आपको लाभ या नुक्सान के लिए तैयार रहना पड़ता है। कई लोग हैं जो स्टॉक मार्केट में इन्वेस्ट करके कई करोड़ों तक खो चुके हैं। जब आप लाभ उठाने के लिए अच्छा सा प्लान बना रहे हैं तो जरूर आपके एडवाइजर को संपर्क करके यह बात पर उसके चर्चा करें और उसके मदद लीजिये।

ऊपर चर्चा किया गया सारे बातों पर ध्यान रख कर एक अच्छा प्लान बनाकर उसका अनुसार चक्रवृद्धि ब्याज का इस्तेमाल करके स्टॉक मार्केट पर इन्वेस्टमेंट करने से आप बहुत अच्छे तरह के लाभ पा सकते हैं। ये बात महान लोगों से भी कहा गया है। चक्रवृद्धि ब्याज एक बढ़िया सा चीज़ है जिसके सहायता से आप कम इन्वेस्टमेंट के साथ भी ज्यादा लाभ पा सकते हैं। हम यह बात की अभिलाषा कर रहे हैं की आप भी यह चक्रवृद्धि ब्याज का इस्तेमाल करके बहुत से फायदे उठाकर एक अच्छा सा जीवन प्राप्त कर सकें। इच्छा है की आपका भविष्य बहुत अच्छा हो।

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